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Tuesday, 28 July 2015

महा मानव को अंतिम सलाम !!

महा मानव को अंतिम सलाम !!

बड़े शौक से सुन रहा था जमाना,
  तुम ही सो गए दास्ताँ कहते-कहते !!

जाति, धर्म, पंथ, भाषा व प्रदेश की सीमित सीमाओं से कही ऊपर 
उठकर पूरे भारत का जन-मानस उदास है !! गमगीन है !!
कोई धर्म गुरु या विद्वान् मुझे सिर्फ इतना बता दे !!!

 कि कलाम साहब का जाति, धर्म,पंथ,भाषा व प्रदेश क्या था !!   और भी खूबसूरत और भी ऊंचा
   इस देश का नाम हो जाए !!
  अगर हर हिन्दू विवेकानंद और 

  हर मुस्लिम कलाम हो जाए !!


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