आभार .._.\\ धरती मेरे देश की //._
कुछ दिन पूर्व मैंने स्वरचित “धरती मेरे देश की “ बाल गीत पोस्ट किया था. स्कूल के बच्चे उस गीत को स्वतंत्रता पर्व कार्यक्रम पर गाने की जिद करने लगे !! मैं धर्म संकट में पड़ गया ! मैं लिख तो सकता हूँ.. मंच सञ्चालन भी करता हूँ लेकिन नाचना और गाना दो क्षेत्र ऐसे हैं जिसमे स्वयं की शून्यता मुझे सदैव सालती है ! बच्चों की जिद पर पहले खुद प्रयास किया लेकिन फिर स्कूल की अध्यापिकाओं Riya Soni व Nidhi Malhotra जी की सेवाएं ली,दिल्ली में स्कूलों में एक दिन पूर्व विद्यालयों में स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम मनाये जाते हैं. आज प्रस्तुत कार्यक्रम में ये प्यारे-प्यारे बच्चे कार्यक्रम की अच्छी प्रस्तुति पर बधाई के पात्र तो हैं ही लेकिन धन्य हैं ये अध्यापिकाएं जिन्होंने इन छोटे छोटे बच्चों से अल्प समय में इच्छित भाव-भंगिमाएं बनवाकर, मेरी रचना को Action Song के रूप में मंच पर बहुत अच्छी तरह से प्रस्तुत कर मान्यता प्रदान की.. धन्यवाद रिया सोनी जी व निधि मल्होत्रा जी, आप दोनों ने इस रचना को अलग-अलग अंदाज में बहुत सुन्दर प्रस्तुतियां दी ....
विद्यालय भी एक परिवार की तरह ही होता है. यदि विद्यालय परिवार का हर सदस्य अपने कौशल व निपुणता अनुसार सहयोग करे तो कार्यक्रम बहुत अच्छी तरह से प्रस्तुत किये जा सकते हैं ..
_.\\ धरती मेरे देश की //._
विविध धर्मों के फूल खिले हैं
बहुरंगी धरती....मेरे देश की,
झरने पर्वत .....बहती नदियाँ
प्यारी धरती.......मेरे देश की ....
बहुरंगी....धरती मेरे देश की । 1 ।
बहुरंगी धरती....मेरे देश की,
झरने पर्वत .....बहती नदियाँ
प्यारी धरती.......मेरे देश की ....
बहुरंगी....धरती मेरे देश की । 1 ।
जगत कल्याणी.......अवतार प्रसूता
वीरों की जननी धरती मेरे देश की,
संत फकीर........सूफियों से सेवित
रत्नगर्भा............धरती मेरे देश की....
बहुरंगी.............धरती मेरे देश की । 2 ।
वीरों की जननी धरती मेरे देश की,
संत फकीर........सूफियों से सेवित
रत्नगर्भा............धरती मेरे देश की....
बहुरंगी.............धरती मेरे देश की । 2 ।
चरण पखारता हिन्द महासागर
मुकुट हिमालय .........डटा हुआ,
पूरब पश्चिम............वंदन करता
सतरंगी.........धरती मेरे देश की .....
बहुरंगी..........धरती मेरे देश की । 3 ।
हर दिन उत्सव...........खेले मेले हैं
खलिहान ......अनाजों से भरे हुए,
इस धरत. पर मिलजुल सब रहते
शस्य-स्यामल, धरती मेरे देश की...
बहुरंगी............धरती मेरे देश की । 4 ।
खलिहान ......अनाजों से भरे हुए,
इस धरत. पर मिलजुल सब रहते
शस्य-स्यामल, धरती मेरे देश की...
बहुरंगी............धरती मेरे देश की । 4 ।
प्यारी दुनिया में सबसे प्यारा भारत
हम जय बोलें........भारत महान की,
जयकारा................भारत माता का
जय...............भारत भूमि महान की...
जय..............भारत भूमि महान की । 5 ।
... विजय जयाड़ा 08..08.15
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