निगम शिक्षक पुरस्कार
शिक्षक दिवस के अवसर पर एक दिन पूर्व, 4 सितम्बर को EDMC प्रेक्षागृह, पटपड़ औद्यौगिक क्षेत्र, में भव्य समारोह के मध्य,मेरे नियोक्ता पूर्वी दिल्ली नगर निगम द्वारा शिक्षकों को दिया जाने वाला सर्वोच्च पुरस्कार “निगम शिक्षक पुरस्कार“, माननीय महापौर, निगम आयुक्त, सदन के गणमान्य नेताओं, जन प्रतिनिधि व अधिकारियों के कर कमलों द्वारा पांच प्रधानाचार्य/प्रधानाचार्या व 20 अध्यापक/ अध्यापिका को प्रदान कर सम्मानित किया गया.. आपके स्नेह आशीर्वाद से सम्मान पाने वाले शिक्षकों में मैं भी था.इस पुरस्कार की प्रथम पात्रता अहर्ता, "क्षेत्रीय शिक्षक पुरस्कार", मुझे 2004 में मिल प्राप्त हो था। लम्बे अंतराल के बाद प्रधानाचार्या जी के निरन्तर आग्रह को इस वर्ष न टाल सका और "निगम शिक्षक पुरस्कार" हेतु स्वयं की प्रविष्टि की थी।
सम्मान समारोह में कई गणमान्य व्यक्तित्वों द्वारा हम शिक्षकों को सम्मानित दिया जा रहा था !! मेरे विद्यालय परिवार की कर्मठ व प्रेरणादायी व्यक्तित्व, प्रधानाचार्या श्रीमती कमलेश कुमारी जी, भी विद्यालय परिवार के उत्साही व स्नेहिल साथियों सहित वहां उपस्थित थीं !!
लेकिन !! एक कमी मुझे अखर रही थी !! वो कमी थी !! पुरस्कार के क्रम में दो बार औचक निरीक्षण के दौरान जिन छात्राओं के उत्साहवर्धक व उत्कृष्ट प्रदर्शन पर मुझे सम्मानित किया जा रहा था, मेरी कक्षा की वे सभी छात्राएं वहां नहीं थी !
बिना शिक्षार्थी ! भला शिक्षक का क्या अस्तित्व !!
दरअसल प्रेक्षागृह में स्थान उपलब्धता
के आधार पर सीमित संख्या में अतिथियों को आमंत्रित करने की विवशता है.पुरस्कार प्राप्त करने के दो दिन बाद अवकाश उपरान्त आज पुन: विद्यालय खुला तो प्रार्थना स्थल पर विद्यालय के सारे बच्चों के साथ मिलकर प्रसन्नता साझा की. तस्वीर में मेरी कक्षा के प्रतिभावान बच्चे हैं.
प्रसन्नता की बात ये भी है कि ये यादगार तस्वीर मेरी पुरातन छात्रा व खेल प्रतिभा, रवीना ने क्लिक की है जो इस समय आठवीं कक्षा में है।
पुरस्कार से सम्बंधित अधिकारियों के प्रति कृतज्ञ हूँ कि उन्होंने मुझे इस सम्मान के काबिल समझा साथ ही विद्यालय परिवार के स्नेह व उत्साहवर्धन का ह्रदय से आभारी हूँ.. पुराने साथी,अध्यापक/ अध्यापिकाओं, व छात्र/ छात्राओं का भी आभारी हूँ कि उन्होंने मुझे सदैव उत्साही बनाये रखा.
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