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Thursday 2 June 2016

कुदरत !!




   कुदरत !!

           हम किसी भी तरह की शारीरिक असहजता महसूस होने पर चिकित्सक की शरण में पहुँच जाते हैं ! लेकिन कुदरत ने प्राणियों को स्वयं ही अपनी चिकित्सा कर सकने का हुनर भी बक्शा है.
          आज पार्क में जब सभी कुत्ते छाँव में बैठे थे तो तेज धूप में इस आवारा कुत्ते को घास खाते देखा ! कौतुहल जगा !! सामान्यत: यह माना जाता है कि पाचन विकार सुधार हेतु कुत्ते घास खाते हैं, लेकिन केवल इतना ही नहीं कुत्ते पोषण सम्बन्धी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए भी घास खाते हैं .इस क्रम में रेशेदार भोजन और शरीर में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति हेतु कुत्ते अक्सर ऐसा करते हैं.
            ये तो हुई सामान्य सी जानकारी और कुत्ते द्वारा घास खाना भी बहुत सामान्य सी बात है लेकिन इस कुत्ते को घास खाता देख सोचता रहा ! हम मानव भी प्राणी ही हैं लेकिन अध्ययन व चर्चा से ही कुछ सीख पाते हैं ! .. जबकि अन्य प्राणी ..... !!
               एक गीत याद आया .. " जिसका कोई नहीं .. उसका तो खुदा है यारों... "


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