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Wednesday 20 April 2016

छोटे मिंयाँ



          ये हैं, छोटे मिंयाँ चैतन्य प्रकाश सिंह जयाड़ा, अभी दसवीं में हैं अबकी बार यायावरी में, जनाब मेरे साथ ही रहे. रुचियों के अनुरूप देखा जाय तो ये बिलकुल मुझ पर गए हैं यानी पढ़ाई पर कम ध्यान है फुटबॉल खेलने पर अधिक !! हालाँकि मैं क्रिकेट और हॉकी खेला करता था !!
         चयन प्रक्रिया में फर्जी उम्र प्रमाण पत्र धारियों व अयोग्य सिफारिशी खिलाडियों के चयन से सख्त नाराजगी है इन्हें !! अभी छुट्टियों में हिमाचल गए थे, जनाब .. वहां बहुत अच्छे प्रदर्शन के कारण इनको राष्ट्रीय स्पर्धा में चयनित होने की पूरी उम्मीद थी लेकिन चयनित खिलाडियों की सूची का अभी तक कोई अता-पता नहीं !!!
       टीम में सबसे कम उम्र का खिलाडी होने के कारण, चयन न होने पर, हम इनको कम उम्र का हवाला देकर प्रोत्साहित करते रहते हैं. साथ ही फुटबॉल में आई.पी.एल. जैसी कवायद से आशान्वित रहने हेतु दिलासा देते हैं..


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