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Saturday, 2 April 2016

हर बेटी को हर तरफ प्यार-दुलार मिले




          आज नए शैक्षिक सत्र का प्रथम दिवस था. जाहिर है कुछ बच्चों का मन अभी भी घर की बेरोक टोक मौज मस्ती चाहता है.ईशा घर से तो आ गयी !! पर लगता है अब माँ से बालहठ कर अपने मन की मनवाना चाहती है !! माँ, आखिर माँ होती है आखिर कब तक ना नुकुर कर सकती है !! तो लीजिये माँ ने बेटी के बालहठ के आगे हार मान ली !! और ईशा की बात मानने को राजी हो गयी !!
आप भी देखिये !! अपनी जीत पर ईशा कितनी खुश है !!
                                    हर बेटी को हर तरफ प्यार-दुलार मिले .. आमीन


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